#विश्वास और धोखे की हद में भक्त की गरिमा और ईश्वर की महिमा
हरिका देहरादून से और कॉलेज में study करने वाली एक intelligent लडकी थी हरिका बचपन से भगवान् श्री राधेकृष्णा को बहुत मानती थी और हमेशा भगवद गीता का एक chapter पढ़ा करती थी
और post graduate economics में होने की वजह से हरिका को Mumbai में ही एक बैंक में जॉब भी मिल गयी सैलरी भी अच्छी थी इसके बाद वो एक apartment में shift हो गयी और यहाँ भी हरिका ने सबसे पहले भगवान् श्रीराधेकृष्णा की मूर्ति को apartment के temple में रख दिया और प्रार्थना की हम सबका ध्यान रखना हरिका को हमेशा से ही भगवान श्री राधेकृष्णा पर बड़ा विश्वास था वो हर difficult situation से हरिका को बाहर करते थे इसलिए हर बार किसी भी काम को करने से पहले चाहे study हो या career से related कोई भी decision वो उनका blessing लेना नहीं भूलती थी
अब वो working थी और काम को बहुत focus से किया करती थी सब ठीक चल
रहा था मगर मुम्बई जैसे expensive जगह में savings बहुत मुश्किल था हरिका की family ने भी सोचा study करने के बाद जॉब मिला है
एक दो साल के बाद marriage करवा देंगे और इधर हरिका अपने काम में busy रहती थी एक दिन हरिका अपने apartment में बैठे mails चेक कर रही थी तभी WhatsApp पर एक message आया hello my name is शुभांकर, क्या आप मेरी help कर सकती है? हरिका message को पढ़ती है और reply करती है आप कौन है और मेरा
number आपको कहा से मिला? शुभांकर message का reply करता है जी मुझे आपका number बैंक के helpline वाली site पर मिला तभी हरिका को याद आता है कि बैंकिंग blog बनाते time technical engineer ने मेरा number ऐड कर दिया था ये याद आते ही हरिका शुभांकर से पूछती है की क्या बात है आपको क्या help चाहिए मुझसे ? शुभांकर कहता है मेरे account से मनी कट गया है but friend को पंहुचा नहीं प्लीज आप help कीजिये ना | हरिका शुभांकर की help कर देती है इसके बाद
शुभांकर हर रोज़ गुड मोर्निंग का message करते थे इस तरह हरिका भी शुभांकर के message का wait करती और खुद भी message करती धीरे धीरे एक दुसरे
से मिलने लगे cafe shop में शाम को घंटो बातें करते
अब हरिका शुभांकर पर विश्वास करने लगी थी वो शुभांकर को अपने apartment में लेकर आती साथ में खाना खाते, मूवीज देखते वेसे ही शुभांकर भी हरिका को अपने apartment में लेकर जाता और घंटों साथ में time spent करते एक दिन हरिका बैंक में काम करके निकल रही होती है तभी उसने फ़ोन में message बॉक्स open किया मगर उस दिन शुभांकर का कोई message नहीं आया और ना ही कोई text message किया ये देखकर हरिका को हैरानी होती है ये first time था कि हरिका को शुभांकर का कोई message या कॉल एक बार भी नहीं आया पहले तो वो डर गयी कि सब कुछ ठीक तो है ना, ये सोचकर शुभांकर को कॉल किया मगर हरिका का कॉल उठाने पर भी शुभांकर अच्छे से reply नहीं दे पा रहा था और ना वो खुद फ़ोन कर रहा था फिर शुभांकर ने हरिका का कॉल काट दिया फिर हरिका ने गुस्से में फ़ोन करके उसे इस तरह करने का रीज़न पूछा तो बताया तुम्हारे लिए surprise तैयार करवा रहा था इसलिए कॉल नहीं किया ये सुनकर हरिका खुश हो गयी
और तब शुभांकर ने हरिका को अँधेरी Mumbai आने के लिए कहा क्यूंकि वहां बहुत बारिश थी इसलिए शुभांकर ने हरिका को उसके friend के साथ उसकी four wheeler बड़ी गाडी में आने को कहा और तभी एक four wheeler गाडी आती है और उसे बैठने के लिए driver कहता है हरिका भी गाडी में बैठ जाती है कुछ देर बाद गाडी रूकती है तो हरिका देखती है कि ये जगह काफी औरतो से भरी गाडियों को लेकर जा रही है इस जगह को देखकर हरिका को कुछ समझ नहीं आता और वो शुभांकर के friend को पूछती है की ये कहा लाये है तो वो हँसता है और कहता है यही तेरी destiny है और उसे ज़बरदस्ती खींचकर एक गोडावन में लेकर जाते है और उसे एक शैख़ खरीदने के लिए पैसे दे रहे थे
हरिका समझ जाती है कि शुभांकर ने उसे धोखा दिया है और अपने friend के ज़रिये मुझे बेचने के लिए create किया गया plan था Oh मेरे श्री राधेकृष्णा अब मैं क्या करू ! प्यार तो करना ही नहीं चाहिए, सिर्फ धोखा है प्यार, ये कहकर वो रोने लगती है मगर इतने सारे लोगो ने उसे घेर रखा था ताकि वो भाग ना सके
मगर दूर कहीं से शंक की आवाज़ आती है सबका ध्यान एक पल के लिए उस आवाज़ की और जाता है तभी हरिका भगवान् श्री राधेकृष्ण का नाम लेकर उन लोगो के बीच से भागने में कामयाब हो जाती है वो लोग भी उसका पीछा करते है मगर रास्ते में जन्माष्टमी की रैली और श्री कृष्णा भगवान् की मूर्ति को ले जाया जा रहा था इतनी भीड़ के कारण हरिका को वहां से भागने में सफलता मिल गई
अब हरिका शुभांकर से पूरी तरह गुस्सा थी और उसे दोबारा कभी नही मिलेगी ऐसा मन में सोचकर अपने apartment में जा ही रही थी कि तभी शोमू नाम का आदमी आता है और हरिका को देखकर बोलता है madam आप ही हरिका madam है ना, आप कहा थी शुभांकर कब से आपका wait कर रहे थे मैं दो बार आपको गाडी से drop करने आया मगर आप मिली नहीं ये सुनकर हरिका चौक जाती हैऔर शोमू से पूछती है तो आप थे वो, जिसे शुभांकर ने भेजा था तो फिर वो कौन था जिसके साथ मैं गयी थी वो लोग human trafficking करने वाले लोग थे ये सब वो मन में सोच रही थी तभी हरिका को शोमू ने बताया की शुभांकर का एक्सीडेंट हो जाने के कारण पैर फ्रैक्चर हो गया था आप परेशान ना हो जाये इसलिए फ़ोन पर बताया नहीं अब हरिका शुभांकर से मिलने के लिए गाडी में बैठ जाती है थोड़ी देर में सिटी हॉस्पिटल में, जहां शुभांकर का treatment चल रहा था, पहुंच जाती है और शुभांकर को bed पर rest करते हुए देखती है शुभांकर के पैर में फ्रैक्चर होने के कारण admit किया हुआ था
Doctor ने बोला जल्द ही ठीक हो जायेंगे don’t worry, अब हरिका ने मन में सोचा कि मैंने शुभांकर को कितना गलत समझा | रास्ते में जो भी हुआ वो बहुत बुरा था मगर मेरे भगवान् श्री राधेकृष्णा ने मुझे बचा लिया thank you मेरे श्री राधेकृष्णा | कुछ time बाद शुभांकर ठीक हो गए और हरिका के परिवार की सहमति से दोनों ने marriage करके ख़ुशी से साथ रहने लगे | और हरिका को एक interior designer का काम भी मिल गया जिसे अब financial condition भी बहुत अच्छी हो गयी कुछ time बाद दोनों दो babies के पेरेंट्स भी बन गए |
सही कहा ईश्वर पर सच्चे दिल से विश्वास करे तो problems भी दूर भागती है बस सच्चा विश्वास होना चाहिए |
आपको ये story कैसी लगी comment में ज़रूर बताइयेगा और share करना मत भूलिएगा हम फिर मिलेंगे एक और amazing story के साथ, आप सबका साथ पाने | आपका दिन शुभ रहे 😊