#कबीरा



 

कबीरा (जो अपने संघर्ष से बहुत कुछ सीखती है )

 



जब कबीरा उस फोटो को देख रही थी तब उसका दोस्त सौरव उससे पूछता है कि कब तक उस बात को दिल पर रख कर बैठोगी, भूल जाओ सब कुछ, और एक नयी शुरुआत करो अब इन यादों से तुम्हे दुःख ही होगा आज तो तुम्हारी बेटी ने ही तुम्हारी insult कर दी अब और कितना hurt होना है तुम्हे? कबीरा सौरव की तरफ देखती है और कहती है अगर भूलना होता तो इतने सालों में भूल चुकी होती,  जो भी हुआ था मेरे साथ, उसे भूलना नामुमकिन है और रही बात मेरी बेटी का मुझे insult करना, तो उसे सच्चाई का पता ही नहीं है, तो वो और क्या करती, मुझे अपनी बेटी से कोई शिकायत नहीं है




मगर सच्चाई को सामने ज़रूर लेकर आउंगी| ऐसे ही कुछ दिन बाद कबीरा को पता चला कि देशमुख परिवार में 15 दिन बाद बड़ा function होने वाला है इस खबर को सुनते ही कबीरा के होंठो पर हल्की मुस्कान बिखर गयी मानो उसे इसी दिन का इंतज़ार था आज उसे सही मौका मिल गया कबीरा पुणे पहुँचती है और function की तैयारी से लेकर हर चीज़ की खबर रखती है और अब function वाला दिन भी आ गया और अच्छे से function भी हो गया |



garden
से घर की और दूर से देख रही   कबीरा और कबीरा का friend सौरव सारी activities को देख रहे थे मगर सौरव समझ नहीं पा रहा था कि आखिर कबीरा अभी करना क्या चाहती है इसके बारे में उसने खुद सौरव को नहीं बताया और वो help के लिए साथ में आ गया मगर कबीरा अब भी garden से अंदर की तरफ देख रही थी function खत्म होने के बाद अचानक lights चली जाती है



फिर थोड़ी देर मे वापिस आ जाती है मगर तभी टीशा गायब हो जाती है Tisha Deshmukh (टीशा) को उसकी सौतेली mom (Ranika )और पापा (अरनव )दोनों ढूंढते है मगर वो दोनों को नहीं मिली और वो परेशान हो जाते है आखिर बच्ची गयी कहा कॉलेज के दोस्तों को कॉल करके पूछा पार्टी में जो भी आये थे सभी को कॉल किया कि कहीं उनके वहाँ तो नहीं चली गयी पर बिना बताये Tisha कहीं भी नहीं जाती है तो आज अचानक कहाँ जा सकती है finally उन्होंने पुलिस स्टेशन जाकर बच्ची के गायब होने की complain लिखवाई दोनों बेहद दुःखी थे मगर सिवाए इंतज़ार के कुछ नहीं कर पा रहे थे इधर Tisha को एक फार्म हाउस में लाया गया और जो चारो तरफ से बंद था जाने का रास्ता भी किसी को आसानी से पता नहीं चलेगा ऐसी जगह थी चारो ओर खेत  जंगल और बीच में बड़ा वाला फार्म हाउस जिसमे सारी facility available थी




कुछ ही देर में Tisha की आँख खुलती है उसे बेहोशी कैसे आई और वो यहाँ कैसे पहुंची कुछ पता नहीं जब खुद को फार्म हाउस में पाया तो जोर जोर से उसकी सौतेली mom और पापा को बुलाने लगी मगर वो आये नहीं  जैसे ही Tisha ने उस लेडी को देखा जिसकी कुछ दिन पहले उसने insult की थी अब उसे समझ आ गया कि वो लेडी 
उस बात का बदला (revenge) लेने के लिए उसे किडनैप किया है

 




अब Tisha पहले तो मन ही मन डर गयी बाद में वो खुद को normal करके सोचने लगी, Tisha यहाँ पर जोश से नही intelligence का use करके यहाँ से जाने का रास्ता ढूँढना होगा वरना ये लोग मुझे यहाँ से जाने नहीं देंगे और फिर Tisha को उस समय शांत रहकर सब कुछ observe करना ही सही लगा, फिर उस लेडी से कहा आपको  मैंने garden में कचरा मत फेंका करो ये कहकर बहुत insult की थी उस बात के लिए sorry,  और पूछा इतनी सी बात के लिए आपने  मुझे किडनैप ही कर लिया ? 



कबीरा अपनी ही बेटी की बात सुनकर बिना कोई reply दिए वहां से चली जाती है और Tisha कबीरा को जाते हुए बस देखती रह जाती है उसे यहाँ पर लाने का गुस्सा तो था मगर कबीरा का इस तरह चुपचाप जाना उसे और भी ज्यादा परेशान किये जा रहा था क्यूंकि उसे पता था कि  garden में कचरा नहीं फेंकना होता है इतनी सी बात से उसे यहाँ नहीं लाया गया है ज़रूर कोई और बात है मगर क्या ? Tisha मन ही मन ये सब सोच रही थी कि कबीरा दोबारा आती है और साथ ही खाने में धाम लेकर आती है 


जो एक हिमाचली religious फ़ूड है जैसे ही Tisha ने फ़ूड को देखा उसने बिना कुछ कहे कबीरा के हाथ से खाना लेकर सारा खा लेती है क्यूंकि उसे काफी भूख लगी थी और वो भूखी नहीं रह पाती थी

 

Tisha को इस तरह खाना खाते देख कबीरा बहुत खुश हो जाती है और मन ही मन सोचती है कि काश मैं अपनी बेटी के साथ होती तो मैं उसका हमेशा अच्छे से ख्याल रखती मगर ,



तभी Tisha , कबीरा की तरफ आकर कहती है कि आखिर आपने मुझे kidnap क्यों किया है आप इतनी बुरी नहीं लग रही है फिर ? क्या चाहती है आप हमसे ? लेकिन कबीरा अब भी खामोश है और कुछ भी कह पाना कबीरा के लिए मुश्किल था |और उसकी ख़ामोशी Tisha को भी हैरान और बैचैन कर रही थी और इधर Tisha की सौतेली माँ और उसके पापा ये सोच सोचकर परेशान हो रहे है कि आखिर Tisha कहा है और पूरी तरह से डरे हुए है और Tisha की चिंता में बैठे है मगर उन तक किसी तरह की खबर नहीं|

 

Tisha उस फार्म हाउस में चारो तरफ घुमती है इतना सुन्दर नज़ारा देख वो बहुत खुश हो जाती है nature और peaceful place मानो उसे सुकून दे रही थी

Tisha को अनजाने में ही कबीरा से अपनापन वाला attraction feel होता है जबकि वो खुद ही इस बात को समझ नहीं पा रही थी

 

 अगले दिन Tisha के पैर में किसी iron की पिन से काफी चोट लग जाती है जिसे काफी bleed हो जाता है कबीरा ये देखकर जल्दी से first Aid box लाकर clean करके उस पर antiseptic ointment लगाती है और rest करने के लिए कहती है Tisha लेट जाती है कबीरा Tisha का काफी अच्छे से ध्यान रखती है और ये देखकर Tisha मन ही मन सोचती है ये LADY काफी अच्छी है फिर ये मुझे यहाँ क्यों लेकर आई और ये मेरा इस तरह से ध्यान रख रही है जैसे मैं इनकी खुद की बेटी हूँ और कबीरा को ध्यान से देखती है| 

 

धीरे धीरे Tisha और कबीरा एक अच्छे दोस्त की तरह रहते है कबीरा के अपनेपन में छुपा प्यार अपनी बेटी के लिए , साफ़ नज़र आ रहा था मगर अब भी Tisha इन सबसे अनजान थी | मगर Tisha उसे यहाँ पर लाने का कारण जानना चाहती थी इसलिए बिना कुछ react किये वो सब observe कर रही थी   

 

 जब रात हो जाती है तब Tisha, कबीरा और कबीरा का friend सौरव dinner करके rest करते है


Tisha room में लेटी हुई थी, कबीरा Tisha के साथ सो रही थी , तभी Tisha को काफी साल पुरानी बात याद आ गयी जिसे वो भूल गयी थी मगर कबीरा का उसका इतना ध्यान रखना उसे पुराने दर्द को याद करने पर मजबूर कर दिया उसे आज भी याद है कि किस तरह उसकी सौतेली माँ (जिसे Tisha अपनी real mom समझ रही है ) ने उसके बचपन में चोट लगने पर उसे वैसे ही रहने दिया ना उसे doctor के पास लेकर गयी और ना ही उसे खाने को खाना दिया था उस दिन वो बहुत रोई थी और भगवान से पूछा था कि mom उसे प्यार क्यों नहीं करती लेकिन उसकी सौतेली mom का behave अचानक बदल गया वो Tisha को बेहद प्यार और ख्याल रखने लगी और Tisha अब बहुत खुश थी मगर उसके mom के बुरे behave की वजह और एकदम बदल जाने का reason वो अब तक नहीं जान पाई Tisha को लगता है कि उसकी mom को शायद अपनी गलती का एहसास हो गया होगा और वो mom है उनके गुस्से का बुरा नहीं मानना चाहिए यही सब सोचते हुए उसकी आंखे नींद से भारी होने लगी और वो गहरी नींद में चली गयी

 

 

अगले दिन Tisha दुसरे room में घूमते घूमते पहुंची और वहाँ एक खुबसूरत box को देखती है जो किसी राजाओ के ज़माने जैसा लगता है उस box को देखकर वो खुद को रोक नहीं पायी उसे खोलने के लिए और उस box को पास के एक hook पर hang किये हुए key से खोल दिया और देखा तो एक पुराना album और कुछ चीज़े जैसे bangles , लाल  साडी, सिन्दूर दानी , माथा टीका , बहुत सारी ऐसी चीज़े जो सुहाग से related थे Tisha को ये सब देखकर थोड़ी हैरानी हुई पर उस time वो बस देख रही थी सारी चीजों को.  अब जैसे ही उसने उस album को खोला और खोलकर देखने लगी तब मानो उसके पैरो से ज़मीन खिसक गयी वो photos उसके पापा और कबीरा के wedding की थी ऐसी wedding जो एकदम बड़ा भव्य , amazing थी सारी photos  , मगर ये सब क्या है वो shock थी  क्या पापा की wife है कबीरा ? तो फिर mom और मैं ?  ये सब देखकर मानो वो सुन्न हो गयी थी कुछ समझ नहीं आ रहा था क्या इसका बदला लेने कबीरा ने उसे kidnap किया है  Tisha को ये सब देखते हुए कबीरा ने देख लिया था मगर वो हिम्मत  नहीं कर पायी उसे कुछ भी बताने के लिए . इसलिए वहाँ से जाने ही वाली थी की Tisha ने उसे आवाज़ देकर रोक दिया और फिर कबीरा के करीब आकर पूछा , क्या इसलिए आपने मुझे kidnap किया था ? पापा से revenge लेने के लिए, और कबीरा इसका जवाब नहीं दे पा रही थी क्यूंकि वो Tisha को hurt नहीं करना चाहती थी मगर अब उसे बताना पड़ेगा शायद अब time आ गया था सच बताने का.

 

Tisha, कबीरा को देख रही थी, और जानना चाहती थी, वो सब कुछ जो जानना, अब शायद ज़रूरी था.  कबीरा शांत नज़रों से Tisha को देख रही थी उसकी आँखों में हजारों दर्द और बातें थी जिसे Tisha जानना चाहती थी. कुछ देर की खामोश सन्नाटे के बाद Tisha कबीरा से पूछती है क्या आप मेरे पापा की पहली wife है ?

 

कबीरा ने Tisha के इस सवाल पर उसकी और देखा और गहरी सांस ली और कहा, Tisha मैं आपके पापा की first wife ही नहीं हूँ मैं आपकी real mom हूँ इतना सुनते ही Tisha shocked हो गयी क्यूंकि वो अब तक अपनी सौतेली mom को ही real mom मानती थी ये सुनकर Tisha गुस्से और दर्द से पूछती है ये क्या कह रही है आप ? अगर ये सच है अगर आप सच में मेरी real mom है तो आपने मुझे किसी और lady के हवाले क्यूँ किया? आप कहा थी अब तक? और अगर आज कह सकती है तो तब कहा चली गयी थी क्या मुझसे प्यार नहीं था ? क्या पापा से लड़ाई हुई थी ? आखिर क्यों?

 

Tisha के इतने सवाल और उन सवालों में छिपा दर्द देखकर कबीरा के आँखों में आंसू आ गए जिसे देखकर Tisha ने कबीरा के पास जाकर उसके आंसू पोछे और कहा रोना मत आप please

 

 कबीरा कहती है रोने दो बेटा ...आज रोने दो ...कितने दिनों से इन आंसुओ को रोके रखा था आज इसे बह जाने दो

 

 फिर कबीरा कहती है बात करीब 25 साल पुरानी हैआपके पापा की शादी एक शाही परिवार में होती है और वो शाही परिवार मेरा परिवार था आपके पापा और उनका परिवार business करने वाले family में आते थे और दोनों परिवारों की रजामंदी से हमारी शादी हो जाती है मैं बेहद खुश थी और धीरे धीरे आपके चाचा आपके ताऊ सभीके परिवार ने कुछ महीनो में ही अपना business सेट करके दुसरे देशो में बस गए और बचे सिर्फ हम दोनों |

 

 

कुछ समय बहुत अच्छे से बीता,  मगर कुछ समय बाद आपके पापा के व्यवहार में changes आने लगा तब में 7 month pregnant थी. मैंने notice किया मगर उस हालत में मैंने सब कुछ avoid कर दिया और after 9 month बाद आप हुई Tisha  जिसे आपकी mom बेहद प्यार करती है लेकिन 3 महीने बाद आपके पापा  मुझे एक पार्टी में ले गए , पार्टी काफी दूर सुनसान जगह पर रखा गया था काफी लोग invited थे सब कुछ एकदम normal था 

 

लेकिन जैसे ही पार्टी खत्म हो गया और सारे गेस्ट वहाँ से चले गए और आपके पापा ने बोला की वो मुझे अपनी ज़िन्दगी में नहीं देखना चाहते है इसलिए इस divorce पेपर पर signature करके मेरी लाइफ से चली जाओ. मैं उनकी ये बातें सुनकर दंग रह गयी और पुछा की आप ऐसा कैसे बोल सकते है और divorce पेपर पर साइन करने से मना कर दिया और वहाँ से घर चली गयी मगर घर आने के बाद सब normal था उन्होंने मुझसे वापिस कुछ नहीं पूछा मगर अब भी मेरे मन में सवाल थे की आखिर उन्होंने मुझसे ऐसा क्यों कहा ?


इसी बीच कुछ guest आये,  US से मेरे मामा , और उनका पूरा परिवार हमसे मिलने आ गया और मैं और आपके पापा उनकी खातिरदारी में लग गए जब तीन दिन बाद वो चले गए तब उन्होंने मुझे बड़े ही romantic अंदाज़ से rose का बुके दिया और मेरे लिए ख़ास dinner बनवाया और मुझे उस दिन उन्होंने बहुत स्पेशल feel करवाया dinner साथ में किया और हम एक साथ घुमने निकल गए और आपको care taker के साथ छोड़ दिया आपके पापा के कहने पर . आप बेहद छोटी थी इसलिए मैंने मना भी किया था मगर वो जिद करने लगे


फिर क्या था हम एक छोटे खुबसूरत town के cottage में गए जो वहाँ से लगभग 3 घंटे दूर था और ये वही जगह थी जिसमे हमने शादी के बाद अपना honeymoon मनाने आये थे मैं यहाँ आकर खुश थी मुझे लगा अब सब कुछ ठीक हो गया है. साथ में time spend करने के बाद हम दोनों ने वहाँ का स्पेशल गर्म मिल्क पिया. बस उसके बाद मुझे कुछ याद नहीं बेटा मैंने जब अपनी आँखें खोली तो खुद को घने जंगल में पाया और जहां कोई रास्ता नहीं मिल पा रहा था तभी एक भेडिये ने मुझ पर attack कर दिया और में बेहोश हो गयी


 लेकिन एक भले इंसान ने मुझे बचा लिया और हॉस्पिटल ले गए जहां काफी time तक मेरा इलाज़ चला और mind पूरी तरह से सुन हो गया था ये सब होगा ऐसा सपने में भी नहीं सोचा कुछ महीनो बाद जब ठीक हो गयी तो घर चुपके से आकर देखा तो में shocked हो गयी आपके पापा ने किसी और से शादी कर ली थी और मैं वापिस आ गयी समझ नहीं आ रहा की क्या करू.


एक पत्नी के होते हुए दूसरी शादी valid नहीं होती है ये सोचकर वहाँ उनके सामने चली गयी मगर उन्होंने मुझे फिर घायल कर दिया और एक चाक़ू से मेरे पीठ की चीर दिया में वहाँ से जैसे तैसे भाग गयी उनके लोग भी पीछे थे मगर सौरव ने जल्दी से गाडी में बिठा दिया ये वो लोग देख नहीं पाए सौरव ने एक बड़ा पत्थर  बहने वाली पानी की  खाई में फेंक दिया तो उन्हें लगा मैने खाई में कूदकर आत्महत्या कर ली और वो वहाँ से चले गए और सौरव मुझे जल्दी से hospital लेकर गए और मुझे फिर काफी वक़्त लगा ठीक होने में physically और mentally लेकिन मुझे तुम्हारी चिंता थी. मैंने पता लगवाया तब पता चला की मेरी गुडिया एकदम ठीक है बस मुझे उतना काफी था


 अब बारी थी आपके पापा और उसे सबक सिखाने की .  मैंने अब सब चीज़ की खबर रखना शुरू किया और self-business करना भी.


इसमें सौरव ने बहुत help की और फिर एक दिन पता चला की वो औरत कभी माँ नहीं बन सकती. अब और चैन मिल गया की अब वो आपको बिलकुल भी नुकसान नहीं पहुंचाएगी अब मैं बिलकुल निश्चित होकर सही मौके का इंतज़ार कर रही थी


 और इतने सालों बाद अब मुझे वो मौका मिला है,  लेकिन अब भी मुझे डर है कि कही वो दोनों फिर से,  तभी Tisha कबीरा के पास आकर कहती है. इस बार नहीं mom!  



Mom word सुनकर कबीरा Tisha की तरफ प्यार भरी नज़रो से देखने लगी.  फिर कबीरा रानिका यानी Tisha की सौतेली माँ और उसके बाबा अरनव देशमुख को एक secret messenger के through ये message भिजवाया की Tisha को kidnappers ने छोड़ दिया और अब अरनव और रानिका Tisha का इंतज़ार कर रहे होते है 


 अगले दिन  दोपहर तक Tisha पहुँच गयी फिर Tisha को देखते ही दोनों ने चैन की सांस ली और पुछा की कौन थे और उनका चेहरा देखा उन्होंने छोड़ कैसे दिया अचानक ! Tisha दोनों को बारी बारी से देखने लगी वो चुप थी मगर वो जानती थी की सच क्या है और उसे क्या करना है लेकिन उसने ये बिलकुल एहसास नहीं होने दिया की उसे सब पता चल चुका है की वो कबीरा की बेटी है ना की रानिका की.


Tisha ने सिर्फ ये कहा की उसे बेहोशी की हालत में ले जाया गया था और जगह कोनसी थी उसे पता नहीं क्योंकि सब अँधेरा था कोई अँधेरा कमरा. फिर Tisha ने अपना सिर पकड़ लिया और कहा मेरा बहुत तेज़ headache हो रहा है अरनव जल्दी से रानिका को चाय बनाकर लेकर आने को बोलते है और Tisha को कमरे में लेकर जाते है और बिठाते है Tisha अब भी चुप थी वो कुछ भी नहीं बोल रही थी किसी सवालों के जवाब को नहीं दे रही थी शायद वो confuse थी कि पापा ने मेरी mom को छोड़कर इस औरत से शादी क्यों की ? ये कोई इतनी सुन्दर भी नहीं . मेरी mom तो इतनी खुबसूरत है वो शाही family से है फिर ऐसा क्या हुआ जो पापा ने इसके लिए मेरी mom को मारने और इस औरत से शादी करने जैसा decision लेना पड़ा? क्या पापा सच में इस औरत से प्यार करते थे ?


 क्या mom से शादी सिर्फ प्रॉपर्टीज के लिए किये थे ? या पापा के परिवार का  force करने की वजह से mom से शादी की थी ? real में पापा के दिल में इसी औरत के लिए प्यार था? या कुछ और वजह थी ? 


और अगर कुछ और वजह थी तो वो वजह क्या है ?और मैं कैसे जानूंगी ? क्या है इस औरत का PAST?  और कौन है ये औरत ? पापा रानिका नाम की इस औरत को कब से जानते है ? इन सारे सवालों के जवाब मुझे खुद ढूंढने पड़ेंगे. पर कैसे ? अपनी mom को यहाँ लाना है उन्हें अब और दुःख में नहीं रहने दूंगी जल्दी ही सब सही कर दूंगी mom don’t worry.

 

तभी अरनव Tisha के पास स्टूल लगाकर बैठ जाते है और रानिका भी चाय लेकर आ जाती है और पूछती है क्या बात है Tisha ? तुम बहुत टेंशन में लग रही हो हमे नहीं बताओगी बेटा?   


Tisha खुद को normal करते हुए अ अ नहीं mom वो इतना सब हो गया तो थोडा डर सा feel हो रहा है और वो उसकी सोतैली mom की तरफ देखती है. रानिका और अरनव दोनों उसे आराम करने को कहते है और हमने पुलिस complain कर दिया था वो पता लगायेंगे और हम भी. दोनों एक दुसरे को देखते है मगर Tisha चुपचाप रहकर सब जानना चाहती  थी 

 

 कुछ दिनों तक सब normal था मगर एक दिन घर पर कोई आया जो बार बार TD सर TD सर से मिलने का कह रहे थे और ये Tisha ने सुन लिया क्यूंकि आज yoga class ना जाते हुए घर के बगीचे में ही योगाभ्यास कर रही थी और रानिका यानी उसकी सौतेली माँ और उसके पापा अरनव अभी उठे नहीं थे


 पहले तो Tisha ने ध्यान नहीं दिया मगर जिस तरह से वो आदमी TD बोल रहे थे उसे  कुछ याद आया तभी  Tisha ने थोडा और पास आकर देखा कि कौन है जो,  इतनी सुबह यहाँ आये है और वो चौकीदार uncle को TD सर के बारे में क्यों पूछ रहे है और TD सर है कौन आखिर ? क्या पता की TD सर के घर का पता कुछ और हो और यह आदमी गलत address में आकर पुछ रहा हो यही सब सोचकर वहाँ साइड में खडी होकर उनकी बातें  सुन रही थी कि आज अचानक Mumbai की कंपनी के सिलसिले में बहुत ज़रूरी बात करने के लिए  उनसे मिलने आया था काफी दिनों से लगातार फ़ोन कर रहा हूँ TD सर का मगर फ़ोन लग ही नहीं रहा था  इसलिए यही चला आया साहब से मिलकर problem solve करने के लिए , तब चौकीदार कहते है देखिये यहाँ कोई TD सर नहीं रहते है आप शायद  गलत address में आये है आप एक बार और confirm कर लीजिये मैं यहाँ इतने सालों से चौकीदार का काम कर रहा हूँ आप यहाँ से जाइए  व्यर्थ मेरा time waste मत कीजिये वो आदमी बार बार TD सर के यही रहने की बात कहता है  चौकीदार उन्हें जबरदस्ती बाहर निकालते है वो आदमी भी कहता है , हद है साहब के profile रजिस्टर में तो यही address दे रखा था शायद दुसरे वाले address पनवेल में जाकर देखता हूँ


  ऐसा खुद से कहकर वहाँ से बाहर आते है  उनसे मिलना बहुत urgent था और काफी दिनों से फ़ोन भी नहीं लग रहा Tisha सोचती है  ये नाम पहले भी सुना है मगर कब और कहा वो सोचती है मैंने  TD कहीं देखा है इस दो alphabet को , मगर कहा ?


 वो मन में सोच ही रही होती है की उसे कुछ याद आता है कहकर वो बगीचे में आकर yoga करने लगती है और वो आदमी वहाँ से चला चला जाता है उस आदमी के जाते ही Tisha उस आदमी का पीछा करने के लिए friend के cousin की शादी में जाने  का कहकर निकल जाती है और पनवेल के घर चुपके से आकर  पीछे से देखती है कि TD सर कौन है ? क्यूंकि उसे अच्छे से याद आ गया था कुछ साल पहले जब वो 10th standard के रिजल्ट में topper होने की ख़ुशी में जब दोस्तों के साथ पार्टी कर रही थी तब मीना बाई जो हमारी घर पर काम करती थी अब वो अपने बेटे के साथ बाहर रहती है उन्होंने मुझसे पूछा टिड्डी का भी संदूक होता है क्या छोटी मैडम ? 


मुझसे मालकिन ने कहा वो टिड्डी संदूक के पास मत जाना  पर मुझे समझ नहीं आ रहा इस तरह का संदूक कहा रखा है आपको पता है तो बताइए ना, क्या टिड्डी भी संदूक रखती है उस समय Tisha और Tisha के सारे  दोस्त  भी खूब मज़ाक करने लग गए और मैंने कहा था mom आपके मज़े ले रही है और जोर जोर से Tisha और उसके friend हँसने लग जाते है  इसलिए ये incident याद था दरअसल वो टिड्डी नहीं TD था 


जो उस समय ना मीना बाई को  और ना ही मैं समझ सकी |  मै बेसब्री से TD सर को देखना चाहती थी मैं जानना चाहती थी आखिर TD सर है कौन ? और  रानिका यानी उसकी सौतेली mom का क्या relation TD सर से,  मगर ये क्या,  यहाँ तो कोई TD सर नहीं है Tisha मन ही मन सोचती है शायद वो कुछ ज्यादा सोच रही है वो देखती है कि वो आदमी एक दुसरे आदमी से TD सर का address पूछ रहे है और वो दूसरा आदमी इस farm house में काम करने वाला चौकीदार लगता है पहले आदमी के TD सर के बारे में पूछते ही वो तीन दिन बाद आयेंगे ऐसा कहा गया उनका यहाँ आने का एक fix date होता था | तीन दिन बाद का आने का कहने के बाद वो आदमी वही इंतज़ार करने का सोचा और दूर चुपके खडी Tisha ने भी तीन दिन वही इंतज़ार करने का सोचकर उसकी सौतेली माँ को एक friend के बहन की शादी में जाने का कहकर वही रुक गयी |  और पास ही पैसे देकर एक कुटिया में रहने लगी और दूर कॉलेज के research syllabus के लिए यहाँ आई है ऐसा उन कुटिया देने वालों को कहा और उन्हें भी कोई शक नहीं हुआ और इसमें कबीरा Tisha की मदद करती है अब वो इस पहेली को जानना चाहते थे की क्या इस TD का सम्बन्ध कहीं कबीरा और Tisha की ज़िन्दगी से  जुड़ा तो नहीं | अब Tisha हर पल TD का इंतज़ार करने लगी | तीन दिन बाद आखिर वो दिन आ ही गया जिसका ज़िक्र बरसो पहले देशमुख house में Tisha ने सुना था आज वो देखेगी और जानेगी भी |  दोपहर के 1 बजे कोई आता है जो एकदम ऐसे चलकर आता है जैसे कोई पहलवान हो मगर चेहरा पूरा ढका हुआ और उस farm house में जाता है Tisha भी धीरे धीरे से पीछा करते हुए खिड़की से झाँक कर देखती है की आखिर ये है कौन ? उस चौकीदार ने भी TD सर का नाम लिया तो मुझे यकीन हो गया ये ही TD सर है लेकिन इनका चेहरा तो कपडे से ढका है इसलिए Tisha उन्हें  देख नहीं पा रही थी और वो वहाँ से चले गए और Tisha का TD सर को देखने का plan पूरा नहीं हो पाया और Tisha अपने घर चली जाती है और अपनी mom कबीरा को भी सारी बातें बताती है 


घर पर आने के बाद Tisha की सौतेली mom रानिका और पापा Tisha को MLA के घर शादी का function attend करने Konkan जाने का कहते है और Tisha को कहा बेटा हमें 2 दिन लगेगा आने में , MLA ने ख़ास बुलाया है अपने बेटे की शादी में , अपना ध्यान रखने का कहकर Konkan के लिए रवाना होते है और बस फिर क्या था उनके जाते ही Tisha अपना खाना खत्म करके अपने कमरे में जाकर थोड़ी देर आराम करती है और उसके दिमाग में अब भी TD सर का किस्सा घूम रहा था वो बार बार ऐसा सोच रही थी कि कुछ तो है जो जानना है मगर क्या ! सोचते सोचते रात हो गयी और Tisha की थकान ने उसे सोने के लिए मजबूर कर दिया | 

सुबह जब नींद खुलती है तब वो कुछ आवाज़ सुनती है जो उसके सौतेली mom और पापा के कमरे के पास वाला एक बंद कमरे के बाहर  से आ रही होती है वो वहां जाकर देखती है तो गुलदस्ता उठाती हुई गंगू  बाई दिखी जो साफ़ करने के बाद वापिस कमरे में रखने के लिए जा रही थी Tisha ने उस बंद कमरे को गौर से देखा जिस पर ताला लगा हुआ था और ताला काफी पुराना था ऐसा लगता था कि कभी भी उसे खोला नहीं गया होगा या फिर बहुत कम बार | Tisha गंगू बाई से उस चाबी के बारे में पूछना चाहती थी मगर इस डर से नहीं पुछ पा रही थी कि कहीं गलती से भी गंगू  बाई के मुंह से इसके बारे में ज़िक्र ना हो खासकर उसके पापा और सौतेली mom के सामने , इसलिए उसने घुमाकर पूछने का सोचा और गंगू  बाई को एक एक कमरे को last time कब साफ़ किया था ये पूछने लगी क्यूंकि नवरात्रि आ रही है तो घर की सफाई तो होना बनता है मगर मैने पूरा घर को साफ़ करते हुए देखा ही नहीं और फिर कहा क्या गंगू बाई आप घर का ध्यान ही नहीं रखते पहले मीना बाई तो कितना साफ़ रखती थी एक एक चीज़ की सफाई बहुत अच्छे से करती थी तभी गंगू बाई कहती है नहीं नहीं छोटी madam मैं हमेशा साफ़ रखती हूँ आप चाहे तो एक एक कमरे की सफाई और maintaining आपको चेक कराती हूँ ऐसा कहकर गंगू बाई हर कमरे को open करके बताती जाती है और फिर उस बंद कमरे की बारी आती है जो खुलते हुए Tisha ने कभी नहीं देखा था गंगू बाई उस कमरे की चाबी ढूँढती है क्यूंकि कहीं मिल नहीं रहा था फिर साइड में एक पुराना टेबल रखा हुआ था जिसके drawer में उस कमरे की चाबी मिली उस कमरे को खोलते ही Tisha ने उस कमरे को बंद करने के लिए कहा क्यूंकि उसे अँधेरी कमरे से डर लगता है और फिर ये कहा की मुझे ये कमरा नहीं देखना इसे बंद कर दो और पहले जैसे ही चाबी को उसी जगह रख दो वरना mom डांटेंगे ऐसा कहकर Tisha वहाँ से चली जाती है है और गंगू बाई भी वैसा ही करती है और कमरे को बंद करके चाबी उसी जगह रखकर वहाँ से चली जाती है और इधर Tisha मन में कहती है मेरा काम हो गया अब मुझे उस चाबी के बारे में पता है और मैं खुद उस कमरे को खोलकर देखूंगी की आखिर कहीं सालो पहले TD का नाम का संदूक में क्या है और हमारे यहाँ TD सर से मिलने क्यों आये ये सब सोचते हुए वो फिर अपनी mom कबीरा से बात करती है और कहती है don’t worry mom जल्दी सब ठीक कर दूंगी मैं और आप मिलकर  इस lady को यहाँ से निकाल देंगे

 ऐसा कहकर Tisha फ़ोन रखकर शाम का इंतज़ार करती है क्यूंकि dinner करने तक गंगू बाई उस पर ध्यान रखेगी उसके बाद वो servant quarter में  सोने चली जाएगी |  dinner complete होते ही गंगू बाई सोने चली जाती है और बाकी सब rest करने चले जाते है अब Tisha उस कमरे में जाने के लिए चाबी लेकर  खोल देती है और अन्दर जाकर बंद कर देती है ताकि कोई देख ना ले इसके बाद Tisha सब एक एक करके देखती है जिसमे पुरानी टेबल, पुराना आइना, पुराना हुक्कापान machine जो शाही लगती है सोने की मुर्तिया जो शाही दरबार में रखे जाते थे बहुत सारी ऐसी चीज़े जो उसने आज तक नहीं देखा तभी इन शाही सामानों में एक पुराना सा संदूक रखा हुआ देखती है जिसे बहुत पीछे ऐसे रखा हुआ है जैसे किसी से छिपाया हो क्यूंकि कपडे से पूरा चिपकाया हुआ था ये देखकर Tisha थोड़ी हैरान हुई संदूक भी भला कोई छिपाने की चीज़ है ? और ऐसे कपडे से कौन चिपकता है क्या पता उसकी सौतेली mom का सारा झूठ इसी संदूक में हो अब मैं जल्दी से देखूँगी और पापा को सब कुछ बता दूंगी और सौतेली mom को धक्के मारकर निकलूंगी और पुलिस में दे दूंगी mom आप जल्द अब हमारे साथ होंगी देखना आप ! 

ये सब सोचकर  वो इस संदूक के कपडे को हठाती है तो उस संदूक पर TD लिखा हुआ देखती है और हैरान हो जाती है और फिर उसे बचपन की बात याद आती है जो मीना बाई ने कहा था टिड्डी का संदूक ! तो इसका मतलब मेरा शक सही था वो टिड्डी नहीं TD का संदूक था ऐसा वो मन में कहती है और फिर उस संदूक को खोलने के लिए इधर उधर चाबी देखती है तभी एक almirah को देखती है और उस almirah को खोलकर drawer में देखती है उसमे बहुत सारे चाबिया थी वो सब लेकर एक एक करके बारी बारी से चेक करती है और आखिरकार Tisha को वो चाबी मिल जाती है जिसे उसका ताला खुल जाता है और ताले के खुलने के बाद वो उस संदूक में album पुरानी तस्वीरे लिफ़ाफ़े और सुचना पत्रिकाए सब देखती है ये सब उसकी mom कबीरा के नाम से था उस album में भी कबीरा की और उसके पापा नानाजी , नानीजी , दादाजी , दादीजी  पूरा परिवार की ही तस्वीरे थी वो सब Tisha देख ही रही होती है कि नीचे एक पुरानी तस्वीर की फ्रेम देखी वो तस्वीर का फ्रेम बेहद पुराना होने के कारण साफ़ साफ़ नज़र नहीं आ रहा था लेकिन जैसे ही Tisha ने अपने दुपट्टे से clean करके अपने mobile की लाइट से गौर से देखा तो वो चौक गयी क्यूंकि Tisha ने कुछ ऐसा देखा जो उसने कभी नहीं सोचा अब वो उस कमरे से बाहर आती है और चाबी उसी जगह रखती है सब कुछ पहले जैसा करके वो अपने कमरे में आकर bed पर बैठ जाती है मगर एकदम खामोश और confuse ! रात बहुत हो गयी थी इसलिए Tisha rest करने के लिए bed पर लेट गयी और सोचने लगी अगर ये सच है तो वो कहा है ? क्या हुआ है उनको ? कैसे पता लगाऊ ? किससे पूछू ? इन सवालों के जवाब उसे कैसे मिलेंगे ? ये सब सोचते सोचते उसकी आँख लग जाती है और वो सो जाती है |

 

अगली सुबह जब वो उठती है तब उसके मन में इन सारे सवालों के जवाब को ढूंढने का रास्ता पता लगाने वो तैयार होकर और नाश्ता करके उसी पनवेल के farm house के लिए गंगू बाई को सहेली से मिलने जाने का बोलकर निकल जाती है  और पनवेल में पहुँचते ही वही चौकीदार को देखती है जिसने पिछली बार उस आदमी को अन्दर नहीं आने दे रहा था इस बार Tisha पूरी तैयारी के साथ थी इसलिए अपनी चालाक दिमाग से उस चौकीदार को वहाँ से हठाने के लिए अपना बचपन का दोस्त तनिश को वहाँ बुलाती है Tisha जानती थी कि कुछ भी हो जाए तनिश उसकी हर बात मानेगा आखिर वो Tisha को बचपन से चाहता है हालाँकि Tisha ने कभी उसे नहीं पसंद किया वो सिर्फ उसे अपना अच्छा दोस्त मानती थी फिर भी Tisha तनिश पर विश्वास करती थी की वो किसी को भी इस बारे में नहीं बताएगा और न ज़िक्र करेगा |

 

अब Tisha , तनिश को सब समझा देती है और पूरी कहानी भी कहती है जिससे तनिश उसकी help करने के लिए तैयार हो जाता है और जैसा Tisha ने समझाया बिलकुल वैसे ही वो चौकीदार को दूर लड़ाई के बहाने लेकर जाता है चौकीदार भी ये कुछ कहा समझ पाते भला |  अब Tisha उस farm house के अन्दर जाती है O MY God इतना बड़ा farm house ! ये तो कोई शाही महल से कम नहीं लगता Tisha हर जगह देखती है आखिर में उसे एक तहखाना मिलता है जिसके बाद Tisha की तलाश लगभग  खत्म हो जाती है और फिर सब कुछ plan के मुताबिक करके वो बाहर निकलकर तनिश को इशारा करती है जिससे तनिश लड़ाई को ख़त्म करके निकल जाता है अब चौकीदार गेट पर बैठ जाते है मगर इन सबका कुछ भी उनको खबर नहीं हुआ | और Tisha सीधे अपने घर पहुँच जाती है तनिश फिर Tisha को अपना ख़याल रखने का बोलकर वहां से चले जाते है और Tisha हां में अपना सिर हिलाती है |

 

अगली सुबह वो जब उठती है तब तक पापा और सौतेली mom आ चुकी थी और नवरात्री की तैयारी के लिए गंगू बाई को समझा रही थी | इस बार नवरात्रि बेहद ख़ास होगी ऐसा Tisha मन में कहती है और नवरात्री चल रही थी और Tisha एकदम normal और शांत,  जैसे तूफ़ान से पहले की शान्ति, नवरात्री की पूजा के आठवे दिन बहुत बड़ी पूजा रखा गया था ताकि बहुत दिनों बाद थोडा अच्छा लगे Tisha अब भी एकदम normal थी और पूजा की तैयारी में अपनी सौतेली mom की help कर थी तभी Tisha के mobile की रिंग बजी और Tisha ने देखा एक number, Tisha के चेहरे से ऐसा लग रहा था की इसी number का इंतज़ार था उसे ,  उसने दूर जाकर फ़ोन पर कुछ बात की और बात करके फिर से एकदम normal की तरह अपना काम कर रही थी जैसे सब कुछ उसकी plan के according ही हो रहा हो. नवरात्री का आठवा दिन यानी दुर्गाष्टमी का दिन ,सब जगह फूलों से सजाया होता है और डांडिया खेलने लगते है उसमे Tisha , उसकी सौतेली mom , पापा के अलावा बहुत लोग आये थे तभी सौतेली mom डांडिया खेलते खेलते उसकी नज़र सामने डांडिया खेलते हुए एक औरत पर पड़ी जिसे देखकर वो जोर से चिल्लाई और चौक कर पूछती है तुम ? तुम जिंदा हो ? 

लेकिन वो औरत अचानक से गायब हो जाती है रानिका को इस तरह चिल्लाते हुए और उसे डरा हुआ देखकर अरनव रानिका के पास आकर कारण पूछता है और रानिका अरनव को उस औरत को देखे जाने की बात बताती है जिससे सुनकर अरनव रानिका पर जोर से हँसता है और कहता है कि तुम अजीब सी बनना बंद करो और function को देखो सब कितने खुश है और अगर सच में यहाँ वही औरत है तो कहाँ गयी अभी ? और सामने आकर challenge देती अभी ये लुका चुप्पी का खेल थोड़ी चल रहा है hahaha और हँसते हुए फिर से डांडिया खेलने लगे इसी तरह रात हो जाती है सब अपने अपने घर जाते है और रानिका अब भी उसी का फेस mind में लेकर घूम रही थी और अगले दिन नवमी को grand डांडिया function रखते है शाम की पूजा के बाद सभी डांडिया खेलते है रानिका भी बीते दिन की घटना को भूलकर डांडिया खेलने लगती है 

तभी रानिका फिर से उसी औरत को देखती है और इस बार रानिका चिलाती नहीं है बल्कि उसे अच्छे से देखती है ये जानने के लिए की, क्या ये भ्रम है या सच में वो उसी औरत को देख रही है और देखते देखते रानिका उस औरत की तरफ जाने लगती है और फिर अरनव भी रानिका को एक औरत से कुछ पूछते हुए देखता है मगर वो औरत बिना कुछ कहे आगे बढती जा रही थी और रानिका इतने लोगो के भीड़ में ज्यादा ज़ोर से बुला नहीं पा रही थी क्यूंकि वो अतीत के गहरे राज़ का हिस्सा थी, वो औरत अपने चेहरे को छिपाए आगे बढती ही जा रही थी तभी एक आवाज़ आती है 

अब आपको छिपने की ज़रूरत नहीं अब कोई चाहकर भी कुछ नहीं कर पायेगा mom! वो औरत रुक जाती है सभी उस आवाज़ की तरफ देखते है और रानिका और अरनव भी उसी तरफ देखते है रानिका और अरनव चौक जाते है क्यूंकि वो आवाज़ Tisha की थी और Tisha ने ही ये सब उस औरत को देखकर कहा | एक पल के लिए रानिका और अरनव पूरी तरह से सुन्न हो गए मगर फिर दोनों Tisha के पास जाकर पूछने लगे बेटा ये सब क्या हो रहा है और आप क्या बोल रही हो ? Tisha उस औरत के चेहरे से कपडे को हटाती है और उस औरत के पास जाकर खड़ी हो जाती है और सभी को कहती है इनसे मिलिए, ये है मेरी mom ...I mean मेरी real mom कबीरा!

 ये सुनकर  रानिका और अरनव के पाँव तले ज़मीन खिसक जाती है और दोनों एक साथ गुस्से में Tisha से पूछते है ये कैसा मज़ाक है Tisha! तब Tisha दोनों से कहती है ये मज़ाक नहीं है mom oops मेरी सौतेली mom oh sorry सौतेली mom भी नहीं आप तो वो है जो कोई सोच भी नहीं सकता और मुझे पता है की आप काफी चालाक है हेना ! तभी रानिका को defend करते हुए अरनव सामने आता है और Tisha पर चिल्लाता है मगर तभी कबीरा सामने आती है और अरनव पर गुस्से से भरी आवाज़ में कहती है तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरी बेटी से ऊँची आवाज़ में बात करने की , तुम्हारी औकात भी नहीं मेरे या मेरी बेटी के सामने खड़े रहने की भी , और तुम आवाज़ ऊँची करके बात करने की हिम्मत कर रहे हो वो भी मेरे सामने ? 

तभी अरनव ज़ोर से हँसता है और कहता है लगता है तू बहुत साल पहले हुए हादसे को भूल गयी तभी तो तेरी यहाँ आने की हिम्मत हुई आज किस्सा ही खत्म कर देता हूँ  Tisha हमारी बेटी है तेरी नहीं | इस बार मैं तुझे जिंदा नहीं छोडूगा | और ये सुनकर कबीरा ज़ोर से हँसती है और साथ में Tisha भी दोनों को इस तरह हँसते हुए देखकर रानिका और अरनव दोनों ही चौक जाते है और Tisha से पूछते है बेटा ये औरत झूठ बोल रही है ताकि हमारे घर की खुशिया छीन लें ऐसी औरत पर विश्वास नहीं करते है बेटा 

तुम उस औरत से दूर रहो हम इसे अभी पुलिस के हवाले कर देंगे oh ये वही होगी जिसने तुम्हे kidnap किया था बेटा ये सब इस औरत की चाल है | इस तरह कहकर रानिका और अरनव Tisha को कबीरा से दूर करना चाहते थे मगर Tisha ने ये सब सुनकर दोनों को चुप हो जाने का बोल दिया और अपने दोस्त तनिश को कुछ इशारा करती है और तनिश projector चलाता है जो पहले से ही Tisha की तैयारी का हिस्सा था सभी लोग इन सारी घटना को देख रहे थे तभी projector शुरू किया गया जिसमे बहुत पुरानी कबीरा और अरनव की शाही शादी की footage

कबीरा के हाथ में नन्ही सी बच्ची की फोटो ,जो Tisha के बचपन की थी और इन सबके बाद रानिका और अरनव ने वो देखा जिसका उन्हें सपने में भी एहसास गया नहीं था वही पुराना फ्रेम जिसका ज़िक्र भी कभी नहीं किया गया था मगर ये सब Tisha को कैसे पता चला अब रानिका और अरनव एक दुसरे की तरफ देखने लगे और उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा था की आज तक इतने सालों में जो किसी को पता नहीं चल सका अब ये सब Tisha ने कैसे जाना ? 

क्यूंकि ये सब तो कबीरा भी नहीं जानती थी तो फिर सच कैसे बाहर आया ? ये सारे सवाल दोनों यानी रानिका और अरनव के दिमाग में घूम रहा था तभी Tisha अरनव को देखकर पूछती है क्या हुआ चौक गए ? पापा ! ऊफ्फ पापा नहीं ! hahaha बहरूपिया, क्यूँ सही कहा ना? ये सुनकर अरनव दंग रह गए और एक डर चेहरे पर साफ़ देखा जा सकता था क्यूंकि अब अरनव समझ चुका था की Tisha सब जान चुकी है और अब शायद कुछ नहीं हो सकता था तभी Tisha से कबीरा पूछती है बेटा बहरूपिया ? ये क्या बोल रही हो ? मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा है तभी Tisha अपनी mom को शांत करते हुए , mom हम अक्सर जो देखते है वो होता नहीं है और जो होता है वो दिखता नहीं  क्यों बहरूपिये सच कहा ना मैने ? 

रानिका और अरनव ये सब सुनकर डर के साथ दुःख से भर जाते है और अपना सर झुका लेते है क्यूंकि अब छिपाने से कोई फायदा नहीं अब सबको सब कुछ पता चल जायेगा क्यूंकि Tisha को सब पता चल चुका है| Tisha तभी तनिश को इशारा करती है और तनिश बाहर से किसी को लेकर आता है जिसके पुरे बाल सफ़ेद होते है और जो बहुत थका हुआ सा लग रहा है और  जिसे देखकर कबीरा चौक जाती है जब उस आदमी के गले में कबीरा के पिता का पहनाया हुआ शाही लॉक वाला लॉकेट देखती है वो लॉकेट लोहे का होता है और काले धागे में पहना होता है इसलिए रानिका और उस बहरूपिये ने ध्यान नहीं दिया था मगर कबीरा उस लॉकेट को भला कैसे भूल सकती थी वो उस आदमी को पहचान जाती है और कहती है,  

अरनव आप ! आप यहाँ और इस हालत में ? तो फिर वो कौन है ? मुझे कुछ समझ नहीं आ रहा | तभी Tisha कबीरा को कहती है mom आप बिलकुल सही है ये ही है वो जिसे आपकी शादी हुई थी और मेरे पापा अरनव | आप जिसे रानिका के साथ देख रही थी वो रानिका का पति है और इन्होने पैसो के लिए पापा को रास्तें में लूटा था और इनके जगह खुद पापा बनकर यहाँ रहने लगे इनका चेहरा हूबहू  पापा जैसे है मगर इनका चेहरा पहले  पापा के जैसा नहीं था इनका चेहरा जैसा था वो आपने projector में दिखाए उस फ्रेम में जो रानिका के साथ थे वो दरअसल ये ही थे बहरूपिया , इन्होने अपना plastic surgery करवाया था सब plan था इनका mom |

 कबीरा ये सब देखकर सुन्न हो गयी और रानिका और उस बहरूपिये के पास जाकर पूछा की पैसो के लिए तुम दोनों ने इतना सब कुछ कर दिया ? कबीरा गुस्से में Tisha को कहती है Tisha बेटा पुलिस को फ़ोन करो Tisha कहती है पहले ही कर दिया mom | पुलिस आती है और दोनों से बयान लेती है दोनों सब कुछ बता देते है की कैसे उन्होंने सारा plan किया था और वो बहरूपिया अरनव बन कर कबीरा को यहाँ से निकाला और अरनव को kidnap करके torcher करने लगे ताकि उसकी हिम्मत ही ना हो उठकर खड़े होने की भी , और Tisha से अपनापन वाला प्यार के कारण उसे कुछ नहीं किया | Tisha को भी वो orphanage छोड़ देते क्यूंकि शुरू में रानिका Tisha को बिलकुल पसंद नहीं करती थी मगर दुर्भाग्य से रानिका और अरनव को पता चला कि रानिका कभी माँ नहीं बन सकती ये जानने के बाद दोनों ने Tisha को अपना सब कुछ मानना शुरू कर दिया उसे बिलकुल अपने बच्चे जैसा प्यार देने लगे मगर समय के साथ ये सारी चीज़े वे दोनों भूल गए , भूल गए समय वापिस लौटकर आता है हमेशा वैसा नहीं होता जैसा हम चाहते है बस आज सब खत्म | हम दोनों पति पत्नी Tisha से माफ़ी मांगते है और कबीरा और अरनव से भी | पुलिस रानिका के पति बहरूपिये से उसका नाम पूछती है तभी Tisha TD कहती है 

और ये सुनकर भी सब चौक जाते है TD? कबीरा कहती है ,  जी mom TD यानी पूरा नाम Tribhuvan Das . उर्फ़ TD | इसी TD नाम से तो मुझे सारा माजरा समझ में आया वो कैसे कबीरा और अरनव पूछते है और Tisha अपने mom और papa को सब बता देती है की कैसे Mumbai से वो आदमी आया और TD सर के बारे में पूछा और कैसे उसने पीछा किया और TD का संदूक , सारी बातें एक एक करके कहती है | पुलिस रानिका और TD को वहाँ से ले जाती है और कबीरा आज बहुत खुश है उसका परिवार आज साथ है और खुश है कबीरा और अरनव एक दुसरे को गले लगाते है और Tisha को मेरा बेटा कहकर दोनों गले लगाते है



और सोरव भी उनकी ख़ुशी में डांडिया खेलते है और तनिश , Tisha को propose करता है और Tisha उसके proposal को accept करती है और कुछ दिनों बाद Tisha की शादी तनिश से हो जाती है जो एक अनाथ होता है अब सब मिलकर ख़ुशी से रहते है 

 The End